बुधवार, 19 जून 2013

कुर्सी केवल सत्य है बाकी सब असत्य है?

हमने धार्मिक ग्रंथो में पढ़ा और सुना की केवल राम नाम ही सत्य है लेकिन वर्त्तमान के नेताओ ने इन वाक्यों को झुट्लाते हुए पूरी कायनात की काया की पलट कर रख दी कल तक कांग्रेस की नीतिओ के धुर विरोधी बिहार के तथाकथित सेकुलर मुख्य मंत्री के जनाजे को अब कन्धा देने के लिए कांग्रेस के चार विधायक तैयार है .कल तक कांग्रेस की नीतिओ का विरोध करने वाले अब उन्ही के कंधो पर सवारी करने निकल पड़े है गौरतलब हो की नरेन्द्र मोदी को प्रचार अभियान का प्रमुख बनाये जाने के बाद नितीश कुमार भाजपा का साथ छोड़ चुके है और १९ जून को विधान सभा में विस्वाश मत हासिल करेंगे वर्त्तमान में नितीश की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के पास ११८ विधायक है जबकि विस्वाश मत के लिए जादुई आकड़ा १२२ का है ४ विधायको की कमी कांग्रेस पूरा करने जा रही है बिहार विधान सभा में कांग्रेस के मात्र चार ही विधायक है .अगर हम बिहार की राजनीती की बात करे तो २०१० में बिहार की जनता ने एन डी ए को पूर्ण बहुमत प्रदान किया था और कांग्रेस और लालू रामविलाश की पार्टियो का जनता ने सूपड़ा समाप्त कर दिया था ये जनादेश बिहार की जनता ने कांग्रेस और अन्य दलों  की नीतिओ के खिलाफ दिया था लेकिन नितीश कुमार स्वार्थ की पराकाष्टा को पार करते हुए पुरे बिहार की जनादेश का ही अपमान कर डाला जिस नितीश कुमार ने २००३ में नरेन्द्र मोदी की तारीफों के पुल बंधते नहीं थकते थे वही नितीश कुमार अब नरेन्द्र मोदी के पक्के दुश्मन बन बैठे लेकिन नितीश को आडवानी से कोई दुश्मनी नहीं है आखिर ये कैसी धर्म निरपेक्षता है की एक पार्टी के एक नेता स्वीकार है और दुसरे नेता कतई स्वीकार नहीं है क्या इसका कोई जबाब नितीश कुमार बिहार की जनता को देंगे . यही नहीं १८ जून को भाजपा द्वारा आहूत बिहार बंद की सफलता को देख इन्होने अपने कार्यकर्ताओ को सड़क पर भाजपा कार्यकर्ताओ से मार पिट तक करने भेज दिया और ये सिर्फ वोट बैंक की राजनीती के लिए कभी राम विलाश पासवान ने भी ऐसा ही किया था नतीजा आप लोगो ने भी देखा था जब उन्होंने बिहार में मुश्लिम मुख्य मंत्री बनाने के नाम पर खुद का है सिट नहीं बचा पाए थे अब नितीश कुमार भी उसी राह पर चल निकले है जहा प्रधान मंत्री उन्हें धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट दे रहे है ऐसे समय में जब जनता भय भूख और अत्याचार से पीड़ित है और केंद्र की कांग्रेस नित सरकार को उखड फेकने का मन बना लिया हो वैसे समय में आप इस कदम को कितना जायज मानते है ?किर्पया जरुर बताये 

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